निकट भविष्य में एक आयुर्वेद चिकित्सालय की स्थापना की योजना है जिसमें आयुर्वेद चिकित्सा की व्यवस्था बाहर के तथा आवासीय रोगियों के लिए हो। इसमें पंचकर्म का एक अलग विभाग की भी योजना है। मध्य मध्य में मधुमेह, हृदय के रोग, उच्च रक्तचाप, अवसाद इत्यादि रोगों से पीड़ित रोगियों के लिए शिविरों का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें उनको उन रोगों के अनुसार आवश्यक खान-पान, दिनचर्या, व्यायाम व चिंतन की प्रक्रिया आदि का प्रशिक्षण सुयोग्य चिकित्सकों के द्वारा दिया जाएगा जिससे कि वे अपने रोगों को नियंत्रित रखें अथवा ठीक कर दें।