वैदिक जीवन दर्शन धर्मार्थ न्यास के विद्या केंद्र में भारतीय वैदिक शिक्षा का सर्वांगीण रूप देखने को मिलेगा। वैदिक संस्कृति एवं शास्त्रों की रक्षा के द्वारा मानव जाति की रक्षा तथा वर्तमान समाज की आवश्यकताएं आदि अनेक विषयों को ध्यान में रखते हुए स्क्ल्पकालिक प्रशिक्षण शिविरों से लेकर पूर्ण कालिक पारंपरिक गुरुकुल तक तथा आधुनिक शिक्षा से युक्त संस्कार शाला तक विभिन्न प्रणालियों के द्वारा शिक्षा देने का उपक्रम न्यास के द्वारा किया जाएगा।
बालक एवं बालिकाओं के लिए अलग-अलग गुरुकुल होंगे।
वैदिक संस्कृति एवं साहित्य का परिचय देने से लेकर निष्णात वैदिक विद्वानों का निर्माण तक विभिन्न प्रकल्प न्यास के विद्या केंद्र में होंगे।